नारी सशक्तीकरण

“यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः” उपरोक्त सिधान्त को मानाने वाला हमारा भारत देश आधुनिकता के दौर मे कहीं खो गया है ।नारियो को देवियों के रूप मे पूजने वाला मनुष्य नारी को अपने कदमो तले रौंद रहा है,उसकी आबरू को तार -तार कर रहा है,उसके जन्म लेने से पहले…

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